नई दिल्ली, 17 जनवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत के ऑटोमोबाइल क्षेत्र में हो रही जबरदस्त वृद्धि पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत अब हर साल 2.5 करोड़ कारें बेच रहा है, जो कई देशों की जनसंख्या से भी ज्यादा है।
प्रधानमंत्री ने इस वृद्धि का श्रेय कई प्रमुख कारकों को दिया, जैसे भारत की बड़ी युवा आबादी, बढ़ती आय, बढ़ती मध्यवर्गीय जनसंख्या और सरकार की योजनाओं जैसे “मेक इन इंडिया” और प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना को।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत हर साल 2.5 करोड़ कारें बेच रहा है, जो कई देशों की जनसंख्या से भी अधिक है।”
यह बयान उन्होंने शुक्रवार को “भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025” में दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का ऑटोमोबाइल क्षेत्र और भी तेजी से बढ़ेगा, क्योंकि यहां का मध्यवर्गीय समूह तेजी से बढ़ रहा है, शहरीकरण बढ़ रहा है और सड़क ढांचे में सुधार हो रहा है। सरकार का ध्यान सड़क नेटवर्क, मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी और नई तकनीकों जैसे फास्टैग और स्मार्ट मोबिलिटी समाधान पर है, जिससे इस क्षेत्र को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दशक में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं, जिससे एक नया मध्यवर्ग बन चुका है, जो अब वाहन खरीदने की संभावना रखता है।
“मेक इन इंडिया” के तहत सस्ती कारों का निर्माण होने से प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत एक वैश्विक विनिर्माण हब बन सकता है, जो न केवल घरेलू मांग को पूरा करेगा बल्कि वैश्विक बाजारों में भी निर्यात करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, “पिछले दस वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और यह नया मध्यवर्ग वाहन खरीदेगा। अच्छी सड़कें, मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी, और नई तकनीक जैसे फास्टैग, हम स्मार्ट मोबिलिटी की दिशा में बढ़ रहे हैं।”
हाल ही में हुए केंद्रीय बजट में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए हैं, जिसमें मल्टी-लेन हाईवे और बेहतर कनेक्टिविटी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी आश्वासन दिया कि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की यात्रा ऑटोमोबिलिटी क्षेत्र के विस्तार से जुड़ी होगी, जिसमें यात्रा की सुविधा और आधुनिक बुनियादी ढांचे पर ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के मंत्रे के तहत अब निर्यात भी बढ़ रहा है। विकसित भारत की यात्रा अप्रत्याशित रूप से बदलाव और मोबिलिटी क्षेत्र के कई गुणा विस्तार की यात्रा होने वाली है।”
प्रधानमंत्री मोदी का विश्वास है कि आने वाले वर्षों में भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग में एक अद्वितीय बदलाव होगा, जो सरकार और निजी क्षेत्र के सामूहिक प्रयासों से होगा, जो देश की आर्थिक वृद्धि और स्थिरता के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण के अनुरूप होगा।
Leave a Comment