शिलॉन्ग/इंदौर/गाजीपुर, 10 जून। मध्य प्रदेश के इंदौर में शादी के कुछ ही दिन बाद मेघालय में पति की हत्या का मामला तहलका मचा गया है। यह मर्डर मिस्ट्री अब पूरे देश की निगाहों में है, लेकिन सच अभी भी अधूरा ही है।

11 मई को इंदौर निवासी Raja Raghuwanshi (28) की शादी Sonam Raghuwanshi (25) से हुई। शादी की रस्मों के बाद 20 मई को दोनों शिलॉन्ग गए, जहाँ 23 मई को वे गायब हो गए। उनके रेंटेड स्कूटी की खोज उसी दिन हुई, लेकिन परिजनों और पुलिस का कोई सुराग नहीं मिला ।

2 जून को राजा का शव वाई सावडोंग फॉल्स के पास खाई में मिला। शव के पास एक ‘दाओ’ और मोबाइल वहीं था, जबकि अंत्यष्टि के समय राजा के गहने गुम थे—जिससे पुलिस को हत्या का शक हुआ । इस घटना के बाद सोनम का पता नहीं चला।

16 दिनों की मशक्कत के बाद—7 जून की रात—सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक ढाबे पर पागलपन भरे हालत में दिखाई दी। उसने वहाँ से अपने भाई को फोन करके सर्वाइवल की सूचना दी। यूपी पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और मेडिकल जांच के बाद मेघालय भेजने की तैयारी शुरू की।

मेघालय पुलिस का दावा है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा (इंदौर), आकाश राजपूत (UP), विशाल सिंह चौहान (इंदौर) और आनंद कुर्मि (MP) के साथ राजा को मारने की साजिश रची। राज सोनोम के पिता के कारोबार में कार्यरत था। पुलिस ने बताया कि सोनम ने सेक्सटिंग और लोकेशन ट्रैकिंग के माध्यम से साजिश की रणनीति बनाई। खासकर 23 मई को शिलॉन्ग-चेरापूंजी स्थित वीज़ाडवोंग फॉल्स के अंदर उनके साथ अन्य तीन लोग देखे गए।

राजा की माँ ने कहा कि शादी से पहले राजा शिलॉन्ग यात्रा को लेकर थोड़ा अनिच्छुक था, लेकिन सोनम ने एक लाख रूपए से अधिक के गहने पहनाकर यात्रा कराई। यह भी आरोप लगाया गया कि सोनम ने वहां से वापसी के लिए टिकट नहीं ली थी ।

17 जून तक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है—सोनम सहित चार अन्य। एक आरोपी अभी फरार है । एक SIT टीम बनाई गई है जिसमें एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, राज्य और केंद्र की एजेंसियां शामिल हैं।

जब सोनम से पूछताछ की गई, तो उसने कहा, “मैंने हत्या नहीं की, उन्हें लूटने वालों ने मारा”। वहीं, पुलिस का कहना है कि मोबाइल चैट्स और लोकेशन ट्रेसिंग पुलिस दावे की टक रही पुष्टि करते हैं। मेघालय पुलिस ने सोनम को मास्टरमाइंड मानते हुए कहा कि उसने हनीमून प्लान खुद बनाया और वापस लौटने की व्यवस्था नहीं की।

अधूरे सवाल, जिनका जवाब चाहिए:

  • सोनम ने वास्तव में पति की हत्या के लिए पैसा दिया था या कोई साजिश रची थी?
  • 16 दिनों के दौरान सोनम कहाँ थी—क्या उसे गुमनामी में रखा गया था या वह भाग रही थी?
  • शिलॉन्ग से गाजीपुर तक कैसे पहुँची थी?
  • गाजीपुर ढाबे पर पहुँचने के पीछे क्या कहानी थी?
  • आरोपितों का सोनम या गाजीपुर से क्या कनेक्शन है?

राजा के परिवार ने CBI अन्वेषण की मांग की है, वहीं मेघालय सरकार ने इस मामले की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है ।

इस हनीमून मर्डर केस की गुत्थी अब SIT जांच, मोबाइल डेटा, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों की गवाहियों पर आधारित है। लेकिन जब तक मुख्य आरोपितों की गहन पूछताछ पूरी नहीं होती, मौत की सच्चाई अभी भी परदे में छुपी है।

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