अमृतसर- Why did SGPC chief Harjinder Dhami resign?…शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। एडवोकेट धामी ने कहा कि पिछले दिनों जत्थेदार हरप्रीत सिंह को पदमुक्त करने संबंधी श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार रघबीर सिंह द्वारा फेसबुक पर डाली गई पोस्ट में इस कार्रवाई को निंदनीय बताया। फिलहाल ज्ञानी रघबीर सिंह विदेश में हैं और उन्होंने एसजीपीसी के फैसले के बाद 13 फरवरी को पोस्ट शेयर की थी।
Why did SGPC chief Harjinder Dhami resign?…रिजाइन से पहले प्रधान धामी ने उस पोस्ट की पंक्तियों को भी पढ़ा और कहा कि पोस्ट से जाहिर होता है कि ज्ञानी रघबीर सिंह उन्हें ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पद से हटाने का कारण बता रहे हैं। अमृतसर में मीडिया को संबोधित करते हुए एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि ‘मैं प्रधान (एसजीपीसी का अध्यक्ष) होने के नाते जिम्मेदारी लेता हूं और नैतिक आधार पर तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा देता हूं।’
Why did SGPC chief Harjinder Dhami resign?…धामी ने यह भी कहा कि उन्होंने अकाल तख्त जत्थेदार को पत्र लिखकर शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के नए सदस्यता अभियान की निगरानी के लिए गठित सात सदस्यीय समिति में अपने पद से मुक्त करने के लिए कहा है। 13 फरवरी को ज्ञानी रघबीर सिंह ने फेसबुक पोस्ट में बठिंडा में तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार के रूप में हरप्रीत सिंह की सेवाओं को बर्खास्त करने की निंदा की।
दो दिसंबर 2024 को तख्तों के सिंह साहिबान ने अकाली दल बादल का पुर्नगठन व भर्ती के लिए हरजिंदर सिंह धामी की अगुवाई में सात सदस्यीय कमेटी का गठन कर उन्हें भर्ती प्रकिरया शुरू करने का आदेश दिया था। लेकिन अकाली दल लीडरशिप के दबाव के कारण व अकाल तख्त के आदेशों पर भर्ती भी शुरू नहीं करवा पाए और बाद में अकाली दल की वर्किंग कमेटी ने अपने स्तर पर गुलजार सिंह रणिके को चुनाव अधिकारी बनाते हुए भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इसका सिख पंथ में विरोध शुरू हो गया और धामी इस उठे विरोध के चलते भी दबाव में थे कि व अकाल तख्त साहिब के आदेशों को अपनी ही पार्टी अकाली दल में लागू नहीं करवा पा रहे है।
Updated: 18-02-2025, 02.09 AM
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