नई दिल्ली: Weather Alert… बेशक अभी सर्दी पूरी तरह से विदा नहीं हुई है लेकिन कई बार तापमान अपना रंग दिखाने लगता है और लोगों को फरवरी में ही मई का अहसास होने लग रहा है। गर्मी बढ़ने से जनता खुद हैरान है कि फरवरी में ये कैसा माैसम। दरअसल, इस साल जनवरी के महीने में रेकॉर्ड सबसे अधिक गर्मी महसूस की गई।
Weather Alert…यूरोपीय क्लाइमेट एजेंसी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। ऐसा ‘ला नीना’ के प्रभाव के बावजूद हुआ। ‘ला नीना’ जलवायु संबंधी घटना है, जो आमतौर पर ग्लोबल टेम्प्रेचर यानी तापमान को ठंडा करता है। जनवरी में ही वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (WMO) ने 2024 को अब तक का सबसे गर्म साल घोषित किया था। आश्चर्य की बात यह है कि एक ही बार पश्चिमी विक्षोभ के चलते शीतलहर आई, जो जलवायु परिवर्तन का साफ संकेत देते हैं। इस बार फरवरी से सितंबर तक यानी आठ महीने गर्मी रहेगी। जिस तरह गर्मी रहेगी, उसी तरह मानसून भी जल्द आएगा।
ठंड न पड़ने की वजह से दलहन की फसलों को करीब 20 फीसदी नुकसान होगा, जबकि आलू की फसल में पांच फीसदी उत्पादन घटने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि दलहन की फसलों के उत्पादन और गुणवत्ता पर भी फर्क पड़ेगा, जिसका किसानों को बाजार कम कीमत मिलेगी।
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