नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश किया। आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया तो लोकसभा अध्यक्ष ने लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। राज्यसभा में भी वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी गई। देश का इकोनॉमिक सर्वे चालू वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान देश की इकोनॉमी का हाल बताने वाला एक अहम दस्तावेज होता है।
इस दस्तावेज से पता चलता है कि सरकार के पिछले बजट का आउटकम क्या रहा, सरकार ने पैसा कहां खर्च किया। इकोनॉमी में किस सेक्टर का परफॉर्मेंस क्या है और किस सेक्टर पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। ये सारी डिटेल इकोनॉमिक सर्वे में ही आती है। मुख्य आर्थिक सलाहकार ने बताया कि अर्थव्यवस्था ने साल की पहली छमाही में 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। उम्मीद है कि दूसरी छमाही में यह और भी तेज़ होगी।
यह प्रदर्शन, ख़ासकर कृषि, उद्योग और सेवाओं के क्षेत्र में, पिछले एक दशक के औसत के अनुरूप है। महामारी का असर अब पूरी तरह से ख़त्म हो गया है, जो त्रष्ठक्क के व्यय घटकों में दिखाई देता है। सरकारी खर्च वित्त वर्ष 18 के 10.8त्न से घटकर 10.3त्न हो गया है, जबकि निर्यात का हिस्सा 18.8त्न से बढक़र अनुमानित 21.5त्न हो गया है।
Updated: 06-02-2025, 02.08 AM
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